हम अपने जीवन में जो लक्ष्य चुनते हैं, वह उस विशेष पेशे में प्यार और रुचि के कारण होता है। हमारे जीवन की महत्वाकांक्षा के रूप में किसी विशेष पेशे को रखने के लिए हम सभी के पास कारण हैं। आज के नौजवान इंजीनियरिंग की ओर आकर्षित होकर उसमें अपना भविष्य सफल बनने की इच्छा रखते हैं। इंजीनियर जन्मजात होते हैं जन्म से ही एक बच्चा बता देता है कि वह बड़ा होकर इंजीनियर बनेगा। वास्तव में इंजीनियरिंग तो बहुत लोग करते हैं किन्तु बिरले ही सुपर इंजीनियर बनते हैं और दुनिया में नाम कमाते हैं हमारे देश ने दुनिया को बेहतरीन इंजीनियर्स दिए हैं उसमें से कुछ नाम इस प्रकार हैं
1. सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरय्या
2. सतीश धवन
3. रघुराम गोविंद राजन
4. सुंदर पिचाई
5. बच्चों के प्यार स्वर्गीय डॉ. ए. पी.जे. अब्दुल कलाम तथा ‘मैट्रो मैन’ कहे जाने वाले ई. श्रीधरन।
आइये बात करते हैं एक ऐसे ही सुपर इंजीनियर ई. श्रीधरन जी की उपलब्धियों और ग्रहों की स्थिति पर।
12 जून, 1932 में जन्में ‘ई श्रीधरन’, दिल्ली मेट्रो के निर्देश रहे। भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री तथा पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया है। ग्रहों की बात करें तो मिथुन राशि के ई. श्रीधरन का बचपन केरल के एक सीधे सादे ज़िले पलक्कड़ में बीता।
मिथुन राशि के जातक में उच्च शिक्षा प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है और वे पायलेट, अंतरिक्ष विज्ञान तथा शोध आदि के क्षेत्र में सफलता पाते देखे जाते हैं I मंगल के कारण जातक वचनों के पक्के होते हैं गुरु आसमान का राजा है, तो राहु गुरु दोनों मिलकर जातक में ईश्वरीय तत्व बढ़ाते हैं इस राशि के लोगों में ब्रह्मांड के बारे में पता करने की योग्यता जन्मजात होती हैI वायुयान, सेटेलाइट और वाहन उद्योग के प्रति उनकी रुचि सदा होती हैI राहु शनि के साथ मिलने से जातक के अंदर शिक्षा और शक्ति उत्पन्न होती है। जातक का कार्य शिक्षा स्थानों में या बिजली, पेट्रोल या बाहर वाले कामों की ओर होता हैI ई. श्रीधरन ने स्कूली शिक्षा के पश्चात सिविल इंजीनियरिंग करके मेहनत और निजी अनुभवों के बल पर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय फलक पर पहचान दर्ज़ करवाई I
सुपर इंजीनियर जन्मजात टेक्निकल होते हैं जटिल ग्रहों की उन पर कृपा होती है सामान्य इंजीनियर पर शनि का प्रभाव होता है परंतु सुपर इंजीनियर पर अत्यधिक जटिल ग्रह स्थिति का प्रभाव होता है अब यह अत्यधिक जटिल ग्रह स्थिति कई तरह की हो सकती हैI
चुनौती आती रही डट कर मुकाबला करते रहे I ई. श्रीधरन ने तीन माह में तैयार की जाने वाली मैट्रो को मात्र 45 दिनों में ही तैयार करके खड़ा कर दिया, इस राशि के जातक साधारण व्यक्ति होकर भी असाधारण कारनामे करते हैं I इस राशि में जन्में लोग व्यवहार कुशल होते हैं इसलिए समाज में विशेष पहचान पाते हैं इस क्रम में ई. श्रीधरन ने टाइम्स मैगज़ीन में एशियाज़ हीरो का ख़िताब हासिल किया I
इस राशि के जातक दूरदृष्टि, बहुमुखी प्रतिभा और चतुराई से कार्य करने की क्षमता होती है I बुद्धि बल और जिज्ञासावृति होने के कारण इस राशि के लोग अन्वेषण में ही सफलता सफल रहते हैं।
एक इंजीनियर का काम अत्यंत जटिल होता है। एक व्यक्ति या तो क्रियात्मक हो सकता है या फिर टेक्निकल।
अब इंजीनियर भी कई तरह के होते हैं इसलिए ज्योतिष के हिसाब से सबके ग्रह अलग – अलग होने चाहिए। एक सॉफ़्टवेयर इंजीनियर के ग्रह, शुक्र और शनि तो वहीँ हार्डवेयर इंजीनियर के ग्रह, शनि और मंगल संचालित करते हैं । एक खदान में काम करने वाले इंजीनियर के ग्रहों और रेलवे ट्रैक पर काम करने वाले इंजीनियर के ग्रहों की तुलना नहीं हो सकती है।
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि जो व्यक्ति इंजीनियर बनने के लिए पैदा हुआ है उसके ग्रह कैसे होने चाहिए इसके अतिरिक्त एक सुपर इंजीनियर जो देश विदेश में नाम कमाता है उसके ग्रह कैसे होंगे ।
घोषणा
ये सभी सिद्धांत लेखक के निजी अनुभवों पर आधारित हैं यदि आप इन विचारों से सहमत नहीं हैं तो अपने सुझाव बेझिझक हमारे साथ साँझा कर सकते हैं ।
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