बहुत से सवाल करते हैं लोग। विराट कोहली के सारे ग्रह नीच के हैं क्या? विराट अपनी फार्म में वापस कब आएंगे।? विराट कोहली के ग्रह कब ठीक होंगे? नीच के ग्रह ने बनाया विराट कोहली का करियर? विराट कोहली को नजर लग गई है क्या? तरह तरह के सवाल हैं पर आशा है कि इस पोस्ट में आपको अनेक सवालों का जवाब मिल जाएगा। साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि भाग्य और क्रिकेट में कितना गहरा सम्बन्ध है।
विराट कोहली एक ऐसे खिलाड़ी माने जाते हैं जो विषम परिस्थितियों में कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश करते हैं। जिस जगह पर दूसरे खिलाड़ी पीछे रह जाते हैं वहां विराट कोहली शीर्ष पर रहते हैं। उनके खेल में यह खास बात शायद किसी ने नोट नहीं की होगी। हालांकि इस समय वह अपने फॉर्म में नहीं है परंतु आज हम चर्चा करेंगे कि क्रिकेट और ज्योतिष का क्या संबंध है। कहते हैं कोई खिलाड़ी अच्छा खेल रहा है तो वह फॉर्म में है और अच्छा नहीं खेल रहा तो फॉर्म में नहीं है
हालांकि एक व्यक्ति पूरी तरह से फिट होने के बावजूद कभी अच्छा खेलता है कभी अच्छा नहीं भी खेलता। फिर भी इस बात पर ध्यान नहीं दिया जाता कि भाग्य अलग ही खेल खेलता है। भाग्य के खेल के आगे कभी कभी अच्छी फिटनेस और बड़ा नाम भी छोटा रह जाता है।
ज्योतिष और क्रिकेट में क्या सम्बन्ध है?
सवाल यह नहीं है कि ज्योतिष का क्रिकेट से क्या संबंध है। सवाल यह है कि क्रिकेट भाग्य पर इतना निर्भर क्यों है। हम बात कर रहे हैं विराट कोहली की परफॉर्मेंस और उससे जुड़े हुए ग्रहों की।
विराट कोहली के ग्रह कैसे हैं?

यदि विराट कोहली के जन्म कालीन ग्रहों को देखा जाए तो उनके ग्रहों में अधिकतर ग्रह नीच के हैं। नीच राशि में जब कोई ग्रह होता है तो यह सब से निकृष्ट अवस्था होती है। सबसे न्यूनतम अवस्था में उस ग्रह के बल को नापा जाता है। परंतु जब एक ग्रह नीच का होने के साथ-साथ क्रूर ग्रहों द्वारा पीड़ित भी हो या नीच से भी नीचे की अवस्था प्राप्त कर ले तो उसका नीच भंग हो जाता है। ऐसा ग्रह नीच का नहीं रह जाता बल्कि उच्च से भी बड़ा हो जाता है। उसका बल असीम होता है।
विराट कोहली की कुंडली में नीचे दिए ग्रह नीच भंग को प्राप्त करते हैं।
- तुला राशि में सूर्य नीच का है। सूर्य की नीच राशि का स्वामी ग्रह मंगल सूर्य को देख रहा है।शुक्र कन्या राशि में नीच का है।
- शुक्र कन्या राशि में नीच का है। शुक्र की उच्च राशि का स्वामी गुरु शुक्र को देख रहा है। शुक्र अत्यंत पीड़ित है और शुक्र का नीच भंग चंद्र के कारण भी हो रहा है।
विराट की कुंडली में नीचे दिए ग्रह शून्य बली हैं।
- शनि लग्न में शून्य बलि।
- मंगल चौथे घर में शून्य बली।
- शुक्र चंद्र दशम स्थान में शून्य बली।
ग्रहों के बल
और उच्च नीच के अतिरिक्त एक और भी अवस्था होती है जिसमें कोई ग्रह खुश रहता है या पूरी तरह से असंतुष्ट रहता है इसे कहते हैं दिग्बली और शून्य बली। गुरु और बुध लग्न स्थान में दिग्बली होते हैं तथा कुंडली के सातवें घर में इनका बल शून्य हो जाता है अर्थात 0 बली हो जाते हैं।
सूर्य और मंगल कुंडली के चौथे घर में जीरो हो जाते हैं परंतु कुंडली के दसवें घर में दिग्बली हो जाते हैं इसी तरह शुक्र और चंद्रमा कुंडली के चौथे घर में दिग्बली तथा दसवें घर में शून्य बली हो जाते हैं। शनि कुंडली के लग्न स्थान में शून्य बली हो जाता है तथा सातवें घर में पूर्ण बली बली हो जाता है।
विराट कोहली की कुंडली में 4 ग्रह शून्य बली है। यह एक ऐसी अवस्था है जिसका उल्लेख ज्योतिष की किताबों में कहीं नहीं मिलता परंतु आज के युग में इन सिद्धांतों की प्रमाणिकता स्वयं सिद्ध है।
क्या भविष्य है विराट कोहली के खेल का?
अधिकतर लोग यह कल्पना कर रहे हैं कि विराट कोहली का करियर समाप्त हो गया है या अब वह रन बनाने लायक नहीं रहे परंतु हमारी दृष्टि में ऐसा नहीं है। विराट कोहली के ग्रहों को सूक्ष्मता से परखने के पश्चात हमने यह निष्कर्ष निकाला है कि एक बार फिर विराट कोहली का जलवा देखने को मिलेगा हम आपको तारीख भी बता देते हैं।
02 Feb 2022.
इस तारीख के पश्चात विराट कोहली की दशा बदल जाएगी और विराट कोहली का बुरा दौर समाप्त हो जाएगा। यदि आप विराट कोहली के फैन हैं तो इस लेख पर अपने विचार प्रकट करें। यदि लेख अच्छा लगा हो तो लाइक करें अच्छा ना लगा हो तो डिसलाइक। हमारा अनुरोध है कि हमारी भविष्यवाणी सिद्ध होने का इंतजार करें।
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