वैदिक ज्योतिष के अनुसार मगंल आपके रक्त संबधों का प्रतिनिधित्व करता है जब आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति कुछ ऐसी हो कि मगल शत्रु ग्रहों से घिरा हुआ हो तो आप की अपने आसपास के सभी लोगों से मिन्रतापूर्व संबधों की उम्मीद नहीं कर सकते। मंगल के साथ जो ग्रह होतें हैं वह आपके रिश्तेदारो के भी रिश्तेदार या संबधी दोस्त आदि होतें हैं।
मित्र और शत्रु ग्रह
वैदिक ज्योतिष में हम यह जानते हैं कि एक ग्रह या तो शत्रु राशि में हो सकता है या मित्र राशि में या फिर अपनी राशि में या अपने से उच्च राशि में। ठीक उसी प्रकार जीवन में भी होता है या तो लोग हमारे दोस्त होतें हैं या आपसे शत्रुता रखते हैं कुछ लोग सम भाव रखते है यानि न तो दोस्त न ही दुश्मन।
कुछ लोग हमारे साथ ऐसे होतें हैं जिनके साथ रहकर हम खुश और सुरक्षित तो रहते हैं परन्तु उनके साथ हम स्वयं को अति हीन महसूस करतें हैं क्योंकि उनकी जीवन शैली अत्यंत उच्च कोटि की हैं वैसे ही हमारे आपसी संबध वास्त्विक जीवन में होतें हैं।
क्या आप मे है आकर्षण की कमी
कुछ लोगों के अंदर एक नैसर्गिक आकर्षण होता है जो सहज ही दुसरो को अपनी और आकृष्ट करता है जन्मकुंडली में यदि लगन स्थान मजबूत स्थिति में हो तो चुम्बकीय व्यक्तित्व की वजह से दूसरे आपकी और खिंचे चले जाते है।
इस योग में शर्त यह है कि राहु का संबंध लगन से नहीं होता। यदि मंगल का संबंध जन्मकुंडली में राहु के साथ हो तो रिश्तेदार आपसे दूर भागते है। भले ही आप कितना प्रयास कर ले । कोई आपका साथ पसंद नहीं करेगा। जीवन में आप अधिकतम समय अपने रिश्तेदारों की नाराजगी देखेंगे
रिश्तदारों की जीवन में क्या भूमिका है?
आजकल जो डिप्रेशन या अवसाद का मूल कारण है वो है अकेलापन एक व्यक्ति ऐसा है जिसे घर में अकेला रहने के लिए छोड़ दिया जाता है यह तो हुई एक परिवार की बात एक परिवार भी कभी कभी समाज में अकेला रह जाता है कारण बाकि समाज उनसे अपने सम्पर्क तोड़ देता है जिसे एक तरह की नकारात्मक ऊर्जा उस परिवार के इर्द गिर्द हो जाती है ।
भूत प्रेत भी अकेले नहीं रहते तो इंसान के लिए अकेलापन बिल्कुल वैसा ही है जैसे जंगल में एक शाकाहारी अकेला जानवर समाज से संयोग न मिलने पर विवाह शाद्दी के समय अकेले परिवार को बहुत परेशनियों का सामना करना पड़ता है
विवाह के समय रिश्तेदारों से सहयोग
वास्तव मे यदि आपके रिशतेदारों के साथ अच्छे संबंध हैं तो ठीक वरना आप एक रिस्क लेकर एजेंट्स के पास जा सकते हैं। जाहिर है कि जहां ज़िम्मेदारी की बात आती है कोई गारंटी नहीं लेगा। मेरे संज्ञान मे कुछ ऐसे मामले आए हैं जिससे एक शक पैदा होता है। कुछ मेट्रोमोनियल विवादों मे धोखाधड़ी के मामले में इतनी लम्बी कानूनी प्रक्रिया रहती है कि अंत में निराशा ही हाथ लगती है एक ताज़ी घटना के बारे में बताता हूँ ।
क्या इन्टरनेट पर मिलने वाले लोगों से रिश्ता सुरक्षित है?
एक परिवार को काफी समय से रिश्ते के लिए प्रयास कर रहा था उन्हें किसी लोकल एजेंट से अच्छा मैच मिल जाता है। शुरुआत में लड़के का बायो डाटा लड़की से मैच होने के कारण परिवार को दिलचस्पी होती है परन्तु बात आगे बढ़ाने से पहले कागची प्रक्रिया और टोकन मनी के बोलै जाता है जिससे किसीको कोई आपत्ति नहीं होती। यह सब होने के बाद लड़के से लड़की की मुलाकात होनी चाहिए परन्तु फिर से पैसों की मांग की जाती है।
अब परिवार को समझ में आ चुका था कि कुछ तो रहस्य है। बाद में पता चलता है कि एक मेट्रोमोनियल साइट पर एक इस तरह का फेक प्रोफाइल बनाया गया है कि हर कोई आकर्षित हो जाये एक के बाद एक कई जगह से पैसे बटोरने के बाद भी रिश्ता कभी भी पक्का नहीं किया जाता और किसी न किसी बहाने से तोड़ दिया जाता है। यह पैसों का खेल है यह एक धंधा है जो लगतार जारी है।
इस तरह के माहौल में एक अकेला परिवार अवसाद का शिकार नहीं होगा तो और कौन होगा?
निष्कर्ष
निष्कर्ष यही निकलता है कि अपने रिश्तेदारों से सम्बन्धों को इस हद तक नहीं तोड़ना चाहिए कि आपको अपने बच्चों के रिश्ते के लिए अलग समाज की ओर उम्मीद रखने की नौबत आ जाये। हम समाज का हिस्सा हैं इसलिए दूर की सोच रख कर अपने पुराने मतभेद भुलाकर अपने रिश्तेदारों के साथ व्यवहार करना चाहिए।
यदि फिर भी आप सफल नहीं हो पा रहे हैं तो वैदिक गुरु आपकी सहायता के लिए तत्पर हैं। आपकी कुंडली मे जो भी ग्रह आपके रिश्तों को तोड़ रहा है उसका अचूक उपाय आज ही पूछें।
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