जन्म कुंडली के चौथे घर से सुख का विचार किया जाता है रिसोर्सेज और कंफर्ट्स आफ लाइफ देखते हैं परंतु क्या आपको पता था की आप की प्रॉपर्टी आप का मोहल्ला आप का रहन सहन जीवन स्तर यह सब कुछ चौथे घर से देखा जा सकता है आप एक पोश एरिया में रहते हैं या साधारण गली मोहल्ले में इस बात का पता कुंडली के चौथे घर से पता चल जाएगा।
चौथे घर से माता का विचार किया जाता है।
आपका भवन मकान वाहन यह सब चौथे घर से देखते हैं । इतना हर कोई जानता है परंतु इस आर्टिकल में हम आपको वह सब बताने जा रहे हैं जो रहस्यमई बातें आपको चौथे घर के बारे में अब तक पता नहीं थी। किराएदार या किराए के मकान को भी हम चौथे घर से देखते हैं। इसके अतिरिक्त जो प्रॉपर्टी है आपने रेंट पर दी है उसका भी अध्ययन चौथे घर से किया जाता है। विदेश में आप की प्रॉपर्टी विदेश में आपके संपर्क यह सब चौथे घर से देखते है।
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आपके कागजात में आने वाली त्रुटि या फिर कागजी कार्रवाई को भी हम कुंडली के चौथे घर से देखते हैं। पब्लिक सेक्टर या आपका सोशल सर्कल कितना होगा और उसमें आप की क्या भूमिका होगी इसे भी हम कुंडली के चौथे घर से देखते हैं। जीवन में असहनीय दुख के कितने मौके आएंगे यह चौथे घर से देखा जाता है। इसी तरह से जीवन में मांगलिक कार्यों का होना घर के उत्सव, हर्ष उल्लास आदि को भी हम चौथे घर से देखते हैं। जीवन का असली सुख ज्ञानी पूर्णानंद मिलेगा या नहीं मिलेगा यह भी हम चौथे घर से देखते हैं।
गाड़ी को बेचना खरीदना प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कोर्ट कचहरी के मामले यह सब चौथे घर से देखा जाता है।
आपके घर के पालतू जानवर के विषय में देखने के लिए भी कुंडली के चौथे घर का विचार किया जाता है। गोद लिया पुत्र या पुत्री कुंडली के चौथे घर से देखते हैं। इसी प्रकार गुमशुदा पुत्र या पुत्री के लिए भी कुंडली के चौथे घर का विचार करना चाहिए। आपके ससुर का विचार कुंडली के चौथे घर से करते हैं। इसके अतिरिक्त पत्नी की नौकरी या पति की नौकरी की स्थिति देखने के लिए भी कुंडली के चौथे घर का विचार किया जाता है। जीवन में सभी प्रकार की लग्जरी कुंडली के चौथे घर से देखी जाती है। फाइव स्टार होटल या ढाबे का विचार भी कुंडली के चौथे घर से किया जाना चाहिए।
आइए अब जानते हैं कुंडली के नौ ग्रहों का चौथे घर में क्या फल होता है।
सूर्य यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
सूर्य यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो तो व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा साम्राज्य खड़ा कर ले या कितना ही अमीर हो जाए पद प्रतिष्ठा मान सम्मान सब कुछ एक दिन चला जाता है क्योंकि चौथे घर में सूर्य राज भंग योग बनाता है। यदि सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं और कुंडली में चौथे घर का सूर्य है तो प्राइवेट नौकरी में भविष्य देखना चाहिए ।
चंद्रमा यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो व्यक्ति के जीवन को खुशियों से भर देता है ऐसे जातक को जीवन भर माता का सुख मिलता है चंद्र ग्रह की जातक पर विशेष कृपा रहती है। इसीलिए करुणा प्रधान लोगों से अनुकूलता रहती है। जीवन में कभी सुख साधनों की कमी महसूस नहीं होती सुख के साधन व्यक्ति की तरफ खिंचे चले आते हैं ।
मंगल यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो उस जातक को माता पिता यहां तक की पत्नी का भी सहयोग नहीं मिलता माता की आयु कम होती है और जीवन में दुर्घटनाएं बहुत होती हैं चौथे घर का मंगल हो तो जातक को बहुत सारा कैश अपने घर में नहीं रखना चाहिए। इसके चोरी हो जाने का भय रहता है।
बुध यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक धोखे से सुख सुविधा अर्जित करता है। उसके पास ईमानदारी की कमाई बहुत कम होती है । उस जातक के जीवन में शुभ कर्म दान पुण्य आदि का अभाव रहता है।
गुरु यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक उच्च कोटि का विद्वान होता है ऐसे जातक के आशीर्वाद में असीम शक्ति होती है। भविष्य की होने वाली घटनाओं का पूर्वाभास जातक को स्वप्न में हो जाता है।
बृहस्पति यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो तो जातक को कई बार विदेश यात्रा करवाता है। उसके जीवन में धर्म पुण्य के कार्य होते रहते हैं।
शुक्र यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक को सुख समृद्धि और उत्तम आजीविका के अवसर देता है। कोर्ट केस में जातक को विजयश्री प्राप्त होती है तथा जीवन के 38 में वर्ग में किसी स्त्री की सहायता से जीवन समृद्ध होता है पत्नी का साथ जीवन भर रहता है।
शनि यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक के पास सब कुछ होते हुए भी जातक को उसका आनंद नहीं रहता जीवन से वैराग्य रहता है जातक को माता-पिता तथा रिश्तेदारों का सुख नहीं होता इसके अतिरिक्त जातक को कई बार जीवन में अपमानित होना पड़ता है। सार्वजनिक रूप से जातक को बदनामी प्राप्त होती है ।
राहु यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक माता-पिता सगे संबंधियों से दूर विदेश में रहता है या फिर स्वदेश में रहकर भी अपने घर में कभी नहीं रहता। उसके कई जगह मकान होते हैं फिर भी दूसरों के आवास पर रहता है । राजनीति में जातक का जीवन व्यतीत होता है तथा जीवन में धूर्त और दुष्ट लोगों के साथ जातक का मेलजोल रहता है। जातक गुप्त रूप से बदनाम होता है और सार्वजनिक रूप से सम्मानित व्यक्ति होता है।
केतु यदि कुंडली के चौथे घर में विराजमान हो
तो जातक को जीवन में उच्च कोटि के सुख सुविधा और यश मान सम्मान देता है परंतु जातक का अधिकांश जीवन शत्रुता को निभाने में बिकता है। तंत्र मंत्र और गूढ़ विद्याओं का जानकार होता है या फिर दैवी शक्तियों के द्वारा अपना काम सिद्ध करने का प्रयास करता है। जादू टोने करना या करवाना ऐसे कार्यों में जातक सन लिप्त रहता है।
निष्कर्ष
तो यह था कुंडली के चौथे घर में नौ ग्रहों की स्थिति का फल। यदि उपरोक्त कंटेंट से आप सहमत नहीं हैं तो आप अपने अनुभव हमारे साथ शेयर कर सकते हैं उपरोक्त कंटेंट में वर्णित सभी सिद्धांत लेखक के निजी अनुभव पर आधारित हैं पाठकों का इससे सहमत या असहमत होना उनके विवेक पर निर्भर करता है।
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